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सेवा भारती की चल चिकित्सा इकाई वैनों को रेल राज्य मंत्री ने हरी झंडी दिखा किया रवाना

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नई दिल्ली , 6 अगस्त।: रेल राज्यमंत्री श्री सुरेश सी. अंगाड़ी   ने रेलटेल द्वारा अपनी सीएसआर गतिविधियों के अंतर्गत उपलब्ध करायी गयी मोबाइल मेडिकेयर यूनिट/वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन मोबाइल मेडिकेयर यूनिट का सेवा भारती द्वारा संचालन किया जाएगा , जो सोसायटी अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत एक गैर सरकारी संगठन है। दिल्ली के विभिन्न स्लम क्षेत्रों के गरीब और जरूरतमंद लोगों को , जो खराब स्वास्थ्य/वित्तीय परिस्थिति के कारण चिकित्सा व्यय वहन नहीं कर सकते/अस्पताल नहीं जा सकते , उनके दरवाजे पर सेवा भारती चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराएगी। इन मोबाइल डिस्पेंसरी में एक डाॅक्टर और सहायक कर्मचारी होगा जो सेवा बस्तियों में रह रहे लोगों का उनके दरवाजे पर ही बुनियादी चिकित्सा उपचार करेंगे।

इन मेडिकेयर यूनिटों के बारे में बात करते हुए , रेल राज्य मंत्री श्री सुरेश सी. आंगाड़ी ने कहा , कि ‘ जरूरतमंद लोगों को चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में रेलटेल और सेवा भारती का यह एक उत्कृष्ट प्रयास है। दिल्ली में कई अविकसित क्षेत्र हैं , जो इस तरह की पहल से लाभान्वित होंगे ’ ।

सेवा भारती दिल्ली के प्रांत संगठन मंत्री श्री सुखदेव भारद्वाज ने बताया कि दिल्ली की 662 सेवा बस्तियां (स्लम एरिया) हैं। इन सभी बस्तियों में स्वास्थ्य संबंधित अनेक असुविधाएं रहती हैं। छोटी-छोटी बीमारियों से स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए वहां का मजदूर वर्ग को सरकारी अस्पताल में जाने पर लाइन में 4 से 6 घंटे खराब हो जाते हैं और उसकी पूरे दिन की आजीविका चली जाती है इसलिए वह वहां नहीं जा पाता और कई बीमारियों को वह अपने साथ लेकर घूमता रहता है। सेवा भारती के सचल चिकित्सालय उसके सुविधाजनक समयानुसार उसे प्रातः या दोपहर में लंच के समय चिकित्सा उपलब्ध करवाते हैं जब मजदूर के पास समय होता है और वह अपनी दवाएं लेकर काम पर चला जाता है। इन वैन में प्राथमिक उपचार की सभी सुविधाओं के साथ एमबीबीएस डाॅक्टर रहते हैं। एक मोबाइल चिकित्सालय एक दिन में दो या तीन सेवा बस्तियों में जाता है और एक दिन छोड़कर दोबारा उन बस्तियों में जरूरतमंदों का उपचार करता है। अभी रेलटेल द्वारा उपलब्ध कराई गई यह दो मोबाइल चिकित्सा यूनिटें दिल्ली के दक्षिणी तथा पूर्वी विभाग की सेवा बस्तियों में चिकित्सा सेवा उपलब्ध करवाएंगी।

रेलटेल के सीएमडी श्री पुनीत चावला ने कहा कि ‘ रेलटेल अपनी सीएसआर गतिविधियों के माध्यम से जरूरतमंद लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने पर केन्द्रित है। चिकित्सा सेवा तक पहुंच लोगों के मौलिक अधिकारों में से एक है। लेकिन , हमारे देश में बहुत से लोग खराब वित्तीय स्थितियों के कारण चिकित्सा सुविधाएं वहन नहीं कर सकते। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ये मेडिकल वैन अत्यंत जरूरतमंद लोगों में से कुछ की मदद अवश्य करेंगी।

पिछले कुछ वर्षों में , रेलटेल ने जरूरतमंदों के उत्थान के लिए कई परियोजनाएं शुरू की हैं। वर्तमान में रेलटेल हजारों लोगों को डिजिटल शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए देश भर में 7 डिजिटल लर्निंग सेंटरों को सहायता उपलब्ध करा रही है। ये केन्द्र मेवात (हरियाणा) , सतना (मध्य प्रदेश) , वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – 2 केन्द्र बोकारो (झारखंड) – 2 केन्द्र लालबाग (दिल्ली) में स्थित हैं। वंचित वर्ग के लिए डिजिटल लर्निंग और कौशल विकास प्रशिक्षण उन्हें नए कौशल सीखने और निरंतर आजीविका कमाने या विभिन्न ई-गवर्नेंस योजनाओं का लाभ लेने में मदद करता है।

रेलटेल नई दिल्ली के जहांगीरपुरी में महिलाओं के लिए एक कौशल विकास केन्द्र को भी प्रायोजित कर रही है। यह केन्द्र महिलाओं को विभिन्न कौशल जैसे , सिलाई , डिजिटल प्रशिक्षण आदि का प्रशिक्षण दे रहा है , जिससे उन्हें आर्थिक रूप में स्वतंत्र होने और अपने परिवारों के लिए आजीविका कमाने में मदद मिल रही है।